कुँड़ुख़ भाषा की लिपि " कुँड़ुख़ बन्ना " - कुडुख ओराओं आदिवासियों की भाषा और लिपि : "Kundukh Banna" - Language and Script of Kudukh Oraon Tribals



सभी को मेरे तरफ से जय धर्मेश,जोहर ,मेरा नाम रोशन टोप्पो है और मैं आप सभी का स्वागत कर रहा हूँ।  यह हमारा पहला आर्टिकल है आशा  करता हूँ आपको पसंद  लगे,इसमें आपको मैं  बताने जा रहा हूँ आदिवासी कुड़ुख भाषा की अपनी खुद की लिपि है जिसका नाम ''कुड़ुख बन्ना'' लिपि है के बारे में. 

KEY MAP OF KUDUKH BANNA SCRIPT FOR WINDOWS



चलिए आपको में “कुडूख बन्ना” की कहानी बताते है :-

कुड़ुख या 'कुरुख' एक भाषा है जो भारत, नेपाल, भूटान तथा बांग्लादेश में बोली जाती है। भारत में यह बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल के उराँव जनजातियों द्वारा बोली जाती है। यह द्रविण परिवार से संबन्धित है। इसको 'उराँव भाषा' भी कहते हैं। इसका अपनी एक लिपि है जिसका नाम "कुँड़ुख़ बन्ना लिपि" है 
परिचय :-
कुँड़ुख बन्ना लिपि दुनिया की सबसे रफ्तार से तकनिकी क्षेत्र में विकसित होने वाली पहली लिपि है । इस लिपि को कुँड़ुख भाषा को लिखने पढ़ने हेतू बनाई गई है, परंतु इस लिपि से अन्य भाषाओं को भी लिखा जा सकता है ।

कुँड़ुख़ बन्ना लिपि की अविष्कार कब किया गया :- 

           
कुँड़ुख बन्ना लिपि को 1990 की दशक से ही बनाया गया है । उच्च तकनीकी से बनाया गया यह अत्याधुनिक लिपि है। इस लिपि का कंप्यूटर वर्जन अर्थात कंप्यूटर में टाइपिंग करने के लिए फॉन्ट (सॉफ्टवेयर) बहुत अधिक बनाई गई है । कंप्यूटर फॉन्ट (सॉफ्टवेयर)  लगभग 350  (तीन सौ पच्चास) अलग-अलग किस्म का सुंदर सुंदर अकर्षक डिजाइन किया गया है । आज तक विश्व में कोई भी नई लिपि तकनीकी क्षेत्र में इतना विकसित नहीं हूआ है ।





"कुँड़ुख़ बन्ना" लिपि नाम क्यों रखा गया ?

 कुँड़ुख बन्ना नामकरण के पीछे भी बहुत बड़ा कहानी है । बन्ना का का अर्थ कुंडुख भाषा  में पारंपारिक सांस्कृतिक आकृतियों या चित्रों को बन्ना कहते हैं । 







गोत्र के आधार पर फॉन्ट का नाम रखा गया है :-

कुँड़ुख आदिवासी समाज के लोग विभिन्न प्रकार की चित्र , आकृतियां जो अपनी दैनिक  जीवन में व्यवहार में लाते हैं । जैसे:- घरों के दीवारों पर अनेक प्रकार की अकृतियाँ , खेत-खलिहानों में तथा मिट्टी एंव धातु के बर्तनों में अनेक प्रकार की परम्पारिक चित्र अथवा रेखाएं बनाते हैं उन अकृतियों को कुँड़ुख भाषा से बन्ना कहते । 

कुँड़ुख़ बन्ना लिपि का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर (COMPUTER SOFTWARE) के बारे मैं :-

         कुँड़ुख बन्ना का कंप्यूटर वर्जन अर्थात कंप्यूटर के लिए (सॉफ्टवेयर) फॉन्ट का नाम को कुँड़ुख समुदाय के 67 प्रकार की जो गोत्र अथवा टाइटल होता है उन सभी टाइटलों के नाम को रखा गया है इसके बाद क्रमांक संख्या के अनुसार 283 नाम रखा गया है।

कुँड़ुख़ बन्ना लिपि की बनावट कैसे किया गया है ?

कुँड़ुख आदिवासी समाज की  रूढ़ी, पारम्पारिक , सांस्कृतिक एवं धार्मिक, अनुष्ठान  डंडा कट्टना ( पालकासना ) या बेलवाफारी के शुभ चिन्ह की अकृतियों से ही  कुँड़ुख बन्ना लिपि के अक्षर का बनावट को बनाया गया है, जिसके कारण कुँड़ुख (आदिवासी) समुदाय का  पारंपरिक , सांस्कृतिक मान्यताओं को पूरा करते हुए वैज्ञानिक युग की तकनीकी क्षेत्र में  दुनिया में अग्रणी हो गई ।

कुँड़ुख बन्ना का मूल वर्णमाला कैसे बनाया गया है :-

 कुुँड़ुख समाज में एक बालक जब जन्म लेता है उस समय का प्राकृतिक सामाजिक सांस्कृतिक घटनाक्रम में जिस प्रकार का ध्वनि और कुँड़ुख बातें होती है उसके आधार पर कुँड़ुख बन्ना का मूल वर्णमाला  को बनाया गया है , परंतु  हमारे कंँड़ुख भाषी विभिन्न क्षेत्रों व प्रदेशों में रहते हैं एवं वहां के प्रदेशित भाषाओं  के माध्यम से लिखते पढ़ते हैं जो कि उन भाषाओं की अधिकतम वर्णमाला देवनागरी के जैसे ही है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए  कुँड़ुख बन्ना लिपि का वर्णमाला को उसी प्रकार रखा गया है , ताकि लोगों को स्मरण करने में सहायक हो।

आदिवासियों की धर्म "आदि धर्म" की प्रार्थना "आना आदि मंजुरना मलिका" के आधार पर बनाया गया है :-

 इस लिपि का एक कंप्यूटर फॉन्ट विशेष तरीके से बनाया गया है जो कि कुँड़ुख समाज का सुप्रसिद्ध  
“अना आदि मुन्जुरना मलका” धार्मिक प्रार्थना को फॉन्ट के अंदर डाला गया है जो बहुत सुक्ष्म है । यह फोंट आध्यात्मिक ढंग से उपयोग करने के लिए बनाई गई है । 
एक अक्षर में एक पुरा प्रार्थना समाहित है । जितना अक्षर टाइप किया जाए, उतना बार “अना आदि प्रार्थना” भी टाईप होगा । अर्थात् सभी अक्षरों के अंदर में “आना आदि प्रार्थना” समाहित रहेगा ।  अक्षर के अंदर एक पुरा प्रार्थना समाहित हो ऐसा अनोखा फॉंट दुनिया में कहीं भी नहीं बना होगा।

लिपि की बनावट को बहुत ही सुंदर से पेश किया गया है :-

कुँड़ुख बन्ना लिपि दिखने में अति सुंदर होते हुए लिखने में भी सुविधा जनक है । यह सहज ग्राहृय है । इसे कम जगह में लिखा जा सकता है। बड़ा अक्षर के साथ-साथ छोटा अक्षर भी बनाया गया है । छोटा अक्षर को CURSIVE LETTER भी कह सकते हैं । 
इसको हाथ से रफ्तार में लिखने के लिए विकसित किया गया है। चाहे तो बड़ा अक्षर से भी हाथ से कम समय में लिखा जा सकता है । यह लिपि कुँड़ुख भाषा को विश्व में एक अलग पहचान दिलाने में सक्षम है।

कुँड़ुख बन्ना लिपि को पारंम्परिक ढंग से कुँड़ुख समाज के अंदर,  कुँड़ुख पड़हा व्यावस्था, और परम्पारिक जोंख एड़पा, अरा पेल्लो एड़पा, कुँड़ुख भाषा सहित्य विकास परिषद झारखंड,ओडिशा,मध्यप्रदेश, पश्चिम बंग,और ऑल इंडिया कुँड़ुख पड़हा युवक संघ के तरफ से प्रचार प्रसार किया जा रहा है । 

 



अगर आप वीडियो देखना  हैं तो निचे लिंक दिया गया है 


कुड़ुख  बन्ना लिपि को तथा कुड़ुख भाषा को भारतीय संबिधान की आठवीं अनुसूची में  शामिल हेतु सौंसे भारत राजी कुड़ुख पढ़हा नौजवान खोड़हा के  महा माहिम राष्ट्रपति के उदेश्य में ए.डि.एम्  के जरिये स्मारक पत्र प्रदान २०१८ से  किया जा रहा  है। 


अभी धीरे धीरे पुरे  भारत बर्ष के राज्य के कुड़ुख भाषी बिद्यालय में कुड़ुख बन्ना लिपि से पढ़ाया लिखाया जा रहा है यह हमारे लिए बहुत ही गरब की बात है। निचे जो आप देख रहे हैं वह पश्चिम बंगाल (सहरबेड़ा) का है 



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